पीएम मोदी की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से किए जाने पर भड़के उदयनराजे भोसले कहा- बुद्धि गिरवी रख दिया है क्या?


शिवसेना पर भी साधा निशाना कहा- महाराज के नाम पर वडा पाव का नाम रखना कहां तक उचित 


पुणे भारत डायरी समाचार सेवा : छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज उदयनराजे भोसले ने आज पुणे में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की तुलना एक पुस्तक में छत्रपति शिवाजी महाराज से किए जाने पर अपने आक्रोशित प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसा करने वाले महामूर्ख हैं और मैं उसे एक ही सवाल करना चाहता हूं कि क्या बुद्धि को गिरवी रख दिया है।


 उदयनराजे भोसले ने कहा कि कहां छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा और कहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दोनों की तुलना कभी हो ही नहीं सकती। छत्रपति शिवाजी महाराज न भूतो न भविष्यति ऐसे महाराज हुए हैं उनसे किसी की तुलना किया जाना अत्यंत अनुचित और उनका  स्पष्ट अपमान  है।  यह घोर निंदनीय है। 


 शिवाजी महाराज के वंशराज उदयनराजे भोसले ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार पर भी निशाना साधा। 
 उदयनराजे भोसले ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर जब एक पार्टी की स्थापना शिवसेना के रूप में की गई तो उनके वंशजों से पूछ कर किया गया था क्या?  इतना ही नहीं छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से शिव वाड़ा पाव बेचने वालों को शर्म नहीं आई? अब जो नई सरकार बनी है उसका नाम शिव महाअघाडी रखा है  इसके लिए क्या उनके वंशज से पूछा गया था यह सब शिवाजी महाराज का अपमान नहीं तो और क्या है मुझे तो लगता है इन लोगों ने अपनी बुद्धि को गिरवी रख दिया है।


पूर्व सांसद उदयनराजे भोसले ने राकांपा नेता शरद पवार का नाम न लेते हुए इशारों ही इशारों में कहा कई बार ऐसे लोगों की भी तुलना लोग महाराज से करने लगते हैं इन्हें महाराज से अपनी तुलना करवाना क्या उचित लगता है आज यह जो कुछ चल रहा है वह घोर निंदनीय है और छत्रपति शिवाजी महाराज की शान में कभी न माफ की जा सकने वाली गुस्ताखी है। 


 बता दें कि उदयनराजे भोसले शिवाजी महाराज के वंशज हैं और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता था इसके बाद उदयनराजे भोसले ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था उपचुनाव हुए उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था किंतु इस चुनाव में वे सफल नहीं हो सके थे। 


 अब जबकि भाजपा से ही संबंधित जय भगवान गोयल ने अपनी पुस्तक में पीएम नरेंद्र मोदी की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से कर दी है तो अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेता के खिलाफ उदयनराजे भोसले को मैदान में आना पड़ा है।